विश्व हिन्दी दिवस पर भारतीय भाषा अभियान द्वारा आयोजित हुई संगोष्ठी
हिन्दी को अपने जीवन का हिस्सा बनाने का लेना होगा संकल्प - राममिलन शुक्ल
। विश्व हिंदी दिवस के अवसर पर दीवानी न्यायालय परिसर के अधिवक्ता भवन में संगोष्ठी का आयोजन भारतीय भाषा अभियान के जिला संयोजक महेश गुप्ता की अध्यक्षता व जिला सह संयोजक सतीश दूबे के संचालन में आयोजित किया गया। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि मौजूद फौजदारी के वारिष्ठ अधिवक्ता राम मिलन शुक्ल ने अपने सम्बोधन में कहा कि आज का यह दिन हिंदी भाषा के बढ़ती वैश्विक पहचान और सम्मान को दर्शाने हेतु समर्पित है। उन्होंने कहा कि हिंदी को अपने जीवन का हिस्सा बनाने का हम सबको संकल्प लेकर, इसे पूरी दुनिया में फैलाने की दिशा में काम करना होगा। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे भारतीय भाषा अभियान के जिला संयोजक महेश कुमार गुप्ता ने कहा कि भारत सरकार ने वर्ष 2006 में इस दिन को विश्व हिंदी दिवस के रूप में मनाने की शुरुआत की थी ताकि हिंदी दिवस को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अधिक प्रतिष्ठा मिल सके। सहसंयोजक सतीश दुबे ने कहा कि अपनी माटी अपना देश,अपनी भाषा अपना भेष को ग्राहय करते हिंदी को अपने जीवन हिस्सा बनाना है। कार्यक्रम में मौजूद अधिवक्ता परिषद अवध प्रतापगढ़ ईकाई के महामंत्री शिवेश कुमार शुक्ल ने कहा कि हिंदी न केवल हमारी मातृभाषा है,बल्कि हमारी संस्कृति और सभ्यता का प्रतीक है। अधिवक्ता आकाश पांडेय ने कहा कि हिंदी भाषा दुनिया की सबसे प्राचीन और समृद्ध भाषाओं में से एक है। पूर्व उपाध्यक्ष जूनियर बार राघवेंद्र सिंह ने हिंदी भाषा को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बढ़ावा देने की बात कही। इस मौके पर प्रमुख रूप से रवि सिंह, भरत लाल,आशीष गुप्ता, आकाश पांडेय, प्रदीप सिंह, ऋषभ, कौशल,शशांक शुक्ल,अवनीश शर्मा,अभिषेक पांडेय आदि अधिवक्ता मौजूद रहे।